
जिले में बांछडा समुदाय के उत्थान के लिये उनकी आवश्यकतानुसार रोजगार की व्यवस्था की जावे। सभी बालिकाओं को शाला में प्रवेश दिलाये, तथा कुछ चिन्हित बालिकाओं को नीमच के अच्छे प्राईवेट स्कूलो में प्रवेश दिलाने की व्यवस्था की जावे। बांछडा समुदाय की 11 से 18 वर्ष तक की सभी बालिकाओं का सर्वे किया जाकर, उन्हे शाला में प्रवेश दिलाने एवं उन्हे रोजगार से जोडने हेतु शाला के अध्यापक को जवाबदारी दी जावे। उक्त निर्देश कलेक्टर श्री जितेन्द्रसिंह राजे ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओं बेटी पढाओं योजना अन्तर्गत जिलास्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक में दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री मनोजकुमार राय, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशीष सांगवान, एवं जिला अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री जितेन्द्रसिंह राजे ने सभी विभाग प्रमुखों के निर्देश दिया, कि वे बांछडा समुदाय के उत्थान हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार करें तथा प्रारम्भ में 2 या 3 लोगों को लाभान्वित करें। समाज के प्रतिष्ठित महिलाओं का सहयोग अन्य महिलाओं को जागृत करने के लिए किया जा सकता है। हाडीपिपल्या मे गठित स्व-सहायता समूहों का उपयोग अन्य ग्रामों में महिलाओं, को प्रेरित करने में भी किया जा सकता है।
पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार राय ने सुझाव दिया, कि समाज की महिलाओं को उनकी रूची अनुसार रोजगार की व्यवस्था की जानी चाहिये एवं उन्हे उनके नजदीक वाले प्रशिक्षण केन्द्र पर प्रशिक्षण दिया जा सकता है प्रशिक्षण का चुनाव प्रशिक्षणार्थी द्वारा किया जाना चाहिये। बांछडा समुदाय के उत्थान हेतु पुलिस विभाग का भी सहयोग लिया जा सकता है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत नीमच श्री आशीष सांगवान ने सुझाव दिया, कि जिलास्तर पर बांछडा समुदाय के उत्थान हेतु जिलास्तरीय नोडल अधिकारी का चयन किया जा सकता है। जिससें समाज के उत्थान के लिए किये जा रहे कार्यो की समीक्षा की जा सके। प्रारंभ में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री संजय कुमार भारद्वाज ने बेटी बचाओं बेटी पढाओं कार्य योजना प्रस्तुत की। बैठक में जिला अधिकारी उपस्थित थे।