
अर्थव्यवस्था को मजबूती तथा प्रदेश के हर नागरिक की आय बढाना तथा रोटी, कपडा, मकान, पढाई, लिखाई, दवाई का बेहतर इंतजाम आत्म निर्भर मध्यप्रदेश रोड मैप 2023 का लक्ष्य है। आत्म निर्भर मध्यप्रदेश के रोड मैप में संकट को अवसर मे बदलनें तथा समस्या को समाधान मे बदलकर आगामी तीन वर्षो में देश का नंबर एक राज्य बनानें का संकल्प विजन एवं क्रियान्वयन के साथ अमलीजामा पहनानें का कार्य किया जाएगा। उक्त आशय के विचार प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मिंटो हाल भोपाल से वर्चुअल कान्फ्रेसिंग के माध्यम से आत्म निर्भर मध्यप्रदेश रोडमैप 2023 का विमोचन करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने आत्म निर्भर मध्यप्रदेश रोडमैप 2023 के डाकूमेंट को प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह वैश को सौपते हुए जनप्रतिनिधियों, प्रदेश की जनता तथा शासकीय सेवकों के समन्वित सहयोग एवं प्रयास से लक्ष्यों को प्राप्त करनें का आव्हान किया। इस अवसर पर सांसद बी डी शर्मा, नीति आयोग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिताभ कांत, मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन इकबाल सिंह वैश, मंत्रीमण्डल के सदस्य, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे। वर्चुअल कान्फ्रेसिंग के माध्यम से भी कार्यक्रम प्रदेश के विभिन्न जिलों से लेकर ग्राम स्तर तक देखा एवं सुना गया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट काल को समस्या से समाधान मे बदलने तथा लोकल फार वोकल का नारा देकर आत्म निर्भर भारत बनानें का संकल्प लिया था। उन्हीं से प्रेरणा लेकर आत्म निर्भर मध्यप्रदेश बनानें का डाकूमेंट विषय विशेषज्ञों तथा नीति आयोग से सहयोग लेकर तैयार किया गया। आपने कहा कि जनता की अपेक्षाएं सरकार से है। प्रदेश की आठ करोड जनता जो मेरी आराध्य है की सुख समृद्धि तथा आय बढाने हेतु हर संभव प्रयास किए जायेगे। प्रदेश मे सडको का जाल बिछाया जाएगा तथा औद्योगिक क्षेत्रों का विकास का औद्योगीकरण के माध्यम से रोजगार के नये अवसर उपलब्ध कराए जायेगे। खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए पानी की बूंद बूंद का उपयोग सिंचाई विस्तार में किया जाएगा। खेती की लागत कम करनें तथा उन्नत तकनीकों एवं उन्नत बीजों का प्रयोग उद्यानिकी फसलों की गुणवत्तायुक्त पैदावार को प्रोत्साहित कर विदेशों को निर्यात करनें की पहल की जाएगी। प्रदेश में सोलर सिस्टम के माध्यम से बिजली तैयार करनें को प्रोत्साहित किया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के तहत व्यावसायिक शिक्षा को बढावा देने,कौशल उन्नयन तथा विद्यालयों के सुदृढ़ीकरण के साथ ही सर्व सुविधायुक्त विद्यालयो का संचालन किया जाएगा। महिलाओ के सशक्तिकरण हेतु ग्रामीण क्षेत्रों मे गठित स्व सहायता समूहों का बैंक लिंकेज कर 1400 करोड रूपये 4 प्रतिशत ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाएगा। स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार उत्पाद की ब्राण्डिंग कर बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। लोकल फार वोकल के तहत स्थानीय कारीगरों बढई, कुम्हारी, लोहारी, आदि का कार्य करने वाले ग्रामीण कारीगरों के कौशल उन्नयन के साथ ही उत्पाद विक्रय की व्यवस्था की जाएगी। रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु आध्यात्मिक, धार्मिक, सांस्कृतिक तथा सफारी पर्यटन को बढाया जाएगा। जिससे स्थानीय लोगो को रोजगार के अवसर मिलेगे। आत्म निर्भर मध्यप्रदेश डाकूमेंट में समाज के हर वर्ग के कल्याण एवं न्याय की योजना समाहित है। इन्हे अमलीजामा पहनाने हेतु निजी सेक्टर का भी सहयोग लिया जाएगा। व्यापारियों को व्यवसाय में हर संभव सहयोग देने के साथ ही प्रदेश में गुण्डागुर्दी एवं दादागिरी का स्थान नही रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आत्म निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में प्रदेश के एक एक नागरिक की सकारात्मक सहभागिता जरूरी है। आपने कहा कि लक्ष्यो को प्राप्त करनें की मानीटरिंग हेतु डैसबोर्ड बनाया गया है इसके साथ ही ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं जिला स्तर पर सामजिक कार्यकर्ताओं की दीन दयाल समिति का गठन किया जाएगा। आपने प्रदेवासियो से आव्हान किया कि उठो, जागो, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो मत रूको। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों को दीपावली पर्व की शुभकामनाएं देते हुये सावधानी के साथ त्यौहार मनाने की अपील की। आपने कहा कि जब तक वैक्सीन नही आ जाती तब तक मास्क ही वैक्सीन है। त्यौहारो के दौरान मास्क लगाना नही भूले साथ ही सामाजिक दूरी बनाये रखे एवं बार बार साबुन, पानी से हाथ धोने की आदत को आगे भी बनाये रखने की जरूरत है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद बी डी शर्मा ने कहा कि प्रधानंत्री एवं मुख्यमंत्री ने कोरोना संकट काल की चुनौती को अवसर में बदलने का कार्य किया है। संकट काल में गरीब किसान, मजदूर की सहायता शासन द्वारा की गई है। देश में जनसंख्या का उपयोग ऊर्जा शक्ति के रूप मे करके युवाओ का कौशल उन्नयन कर रोजगार से जोडने का कार्य किया जा रहा है। आत्म निर्भर मध्यप्रदेश विजन में ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत बनाने का कार्य किया जाएगा। नीति आयोग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमिताभ कांत ने मध्यप्रदेश शासन द्वारा तैयार तीन वर्षीय रोड मैप की जानकारी देते हुए कहा कि भौतिक संरचना के विकास सुशासन, स्वा. एवं शिक्षा तथा अर्थव्यवस्था एवं रोजगार के माध्यम से इसे अमलीजामा पहनाया जाएगा।
प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह वैश न कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना संक्रमण काल में पद की शपथ ली थी। उन्होंने अपनी दृढ इच्छा शक्ति तथा बेहतर प्रबंधन से कठिनाईयो का सामना किया तथा परिस्थितियों पर नियंत्रण पाया। इस दौरान नवीन तकनीकी ज्ञान का भरपूर उपयोग चलन मे आया तथा आत्म निर्भर मध्यप्रदेश का डाकूमेंट विषय विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया। वर्चुअल वीडियो कान्फ्रेसिंग के दौरान एनआईसी उमरिया में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक विकास कुमार शाहवाल, सीईओ जिला पंचायत अंशुल गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचातय जी एस तेकाम, महाप्रबंधक उद्योग विजय शुक्ला, जिला परियोजना प्रबंधन आजीविका मिशन नीरज परमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।