
कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्र में जिन छोटे व्यवसाईयो के धंधे चौपट हो गए थे, ऐसे परेशान जरूरतमंद व गरीब परिवारों की मदद के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना प्रारंभ की गई है। पूर्व में नगरीय क्षेत्र के छोटे व्यवसाईयों को इस योजना के तहत 10-10 हजार रूपये की मदद दी जा चुकी है। गुरूवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में ग्रामीण स्ट्रीट वेण्डर्स को व्यवसाय फिर से शुरू करने के लिए 10-10 हजार रूपये ब्याजमुक्त सहायता राशि वितरित करने संबंधी स्वीकृति पत्र प्रदान किए। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण खण्डवा कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों ने भी देखा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि जो ग्रामीण व्यवसायी समय पर स्वनिधि योजना का ऋण चुका देंगे, उन्हें बाद में व्यवसाय बढ़ाने के लिए 20 हजार रूपये तथा उसके बाद और अधिक राशि ऋण के रूप में दी जायेगी।
खण्डवा में आयोजित कार्यक्रम में विधायक श्री देवेन्द्र वर्मा, जनपद अध्यक्ष श्रीमती चन्द्रकला पटेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोशन कुमार सिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती नंदा भलावे कुशरे, ग्रामीण आजीविका मिशन की जिला समन्वयक श्रीमती नीलिमा सिंह व जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री महेन्द्र घनघोरिया सहित विभिन्न अधिकारी व जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे। कार्यक्रम में विधायक श्री वर्मा ने लगभग 1 दर्जन ग्रामीण स्ट्रीट वेण्डर्स को राशि वितरण संबंधी सूचना पत्र प्रदान किए। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मॉं सरस्वति के चित्र पर माल्यार्पण कर व द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया। जिन लोगों को यह सूचना पत्र दिए गए है, उनमें श्रीमती ज्योति, रूपेश मालाकार, इमरान, भवानी शंकर, जितेन्द्र, कु. अरूणा सेन सहित विभिन्न हितग्राही शामिल है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिंह ने इस अवसर पर कहा कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश कार्यक्रम के तहत स्थानीय स्वसहायता समूहों को आत्मनिर्भर बनाकर उनके द्वारा निर्मित सामग्री के विक्रय को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
लॉकडाउन से धंधा हुआ चौपट, तो स्वनिधि योजना ने रविन्द्र को बुरे वक्त में दी मदद
कार्यक्रम में उपस्थित महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं व अन्य स्ट्रीट वेण्डर्स ने अपने अपने अनुभव विधायक श्री वर्मा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिंह के समक्ष सुनाएं। इस दौरान ग्राम सिहाड़ा के रविन्द्र मालाकार ने बताया कि वह विकलांग है तथा छोटी सी किराना दुकान संचालित करता है। लॉकडाउन के दौरान धंधा चौपट हो गया। अब आज मिली मदद से वह अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकेगा।
इसी तरह जयराम पिता मांगीलाल निवासी पलकना ने बताया कि वह पानी पूरी का थैला अपने गांव में लगाता था। कई माह तक लॉकडाउन व कोरोना संकट के दौर में उसका धंधा पूरी तरह चौपट हो गया। जो कुछ जमा राशि थी, वह घर खर्चे में खत्म हो गई। इसलिए अब उसे फिर धंधा शुरू करने के लिए पँूजी की जरूरत थी। ऐसे में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में मिली मदद से वह गांव में पानी पूरी का ठेला फिर से लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर पाएगा। ग्राम अटूट भिकारी निवासी लक्ष्मी सोलंकी ने बताया कि वह किराने की दुकान घर में ही लगाती थी, जिससे उसके परिवार का पालन पोषण हो रहा था। लॉकडाउन के दौरान व्यवसाय लगभग खत्म हो गया। अब वह आज मिली 10 हजार रूपये की सहायता से अपनी किराना दुकान फिर से शुरू कर सकेगी।
इसके अलावा पलकना निवासी श्रीमती ऋतु सेन ने बताया कि उनके स्वसहायता समूह ने दीपावली के अवसर पर पूजन की थाली व पूजन सामग्री जैसे आकर्षक गिफ्ट पैक तैयार किए है, जो कि वह बाजार में स्टॉल लगाकर बेच रही है। नारायण स्वसहायता समूह की नीतू सेन ने इस दौरान बताया कि उसके पति हेयर कटिंग सेलून गांव में ही संचालित करते थे। लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग के प्रावधानों के कारण हेयर कटिंग का धंधा पूरी तरह बर्बाद हो गया था। अब स्वनिधि योजना में मिली मदद से वह अपने पति की मदद से इस व्यवसाय को फिर से स्थापित कर सकेगी।