स्व-सहायता समूह से जुड़कर अब महिलायें बनी स्वावलम्बी (खुशियों की दास्तां)
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मुरैना | 13-नवम्बर-2020
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 मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा ग्राम नूरावाद में मां शीतला जनहितकारी महिला स्व-सहायता समूह की 83 महिलायें समूह से जुड़कर अब स्वावलम्बी बन गई है। अब वे अपने घर-गृहस्थी चलाने के साथ-साथ अपने पैरो पर खड़ी होकर स्वयं का व्यवसाय करने लगी है। अब वे किसी साहूकार से उधार पैसे लेने की जरूरत नहीं। स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती रामसखी ने बताया कि समूह से जुड़कर परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। यह बात कोई और नहीं बल्कि स्व-सहायता समूह से जुड़ी श्रीमती ममता, प्रेमा बाई, राजाबेटी, सुनीता, छुट्टो, भूरी, प्रेमवती और श्रीमती गुन्जावती ने कही। मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन उन जरूरतमंद महिलाओं के लिये कारगर सिद्ध हो रही है, जो महिलायें चौका-चूल्हे से बाहर नहीं निकलती थीं। अब वे शासन की योजनाओं को जानने के लिये बढ़ चढ़कर हिस्सा लें रही है। मां शीतला जनहितकारी महिला स्व-सहायता समूह 83 की अध्यक्ष श्री रामसखी ने बताया कि मन में टीस थी कि पति का सहयोग करने के लिये कोई रोजगार खोला जाये, पति कितना भी कमायें, किन्तु आज की मंहगाई में खर्च चलाना कठिन होता जा रहा था, समूह की अध्यक्ष श्रीमती रामसखी ने एन.आर.एल.एम. से जुड़कर समूह की 12 महिलाओं को जोड़ा और विगत तीन वर्षों से प्रत्येक सोमवार को 25-25 रूपये समूह की महिलाओं से इकट्ठे कर 85 हजार रूपये की राशि एकत्रित कर बैंक में रख ली है। यह राशि बैंक में सुरक्षित है। जिस समूह की महिला को परिवार खर्च के लिये जरूरत होती है तो आवश्यकतानुसार राशि बैंक से निकाल लेती है और किस्तों के रूप में धीरे-धीरे जमा कर देतीं है। अब किसी साहुकार के यहां कर्ज, उधार लेने के लिये नहीं जाना पड़ता है, इस बार एन.आर.एल.एम. द्वारा 11 हजार रूपये का नगद पुरूस्कार दीपावली उत्सव दिया गया था। जिससे समूह की महिलाओं ने आपस में वितरित किया। महिलायें पति के साथ घर खर्च में सहयोग कर रही है। अब साहूकार के यहां पैसा उधार लेने की जरूरत नहीं।
(69 days ago)
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