स्ट्रीट वेंडर योजना से मिले लाभ ने जमा दी उनकी चलती-फिरती फल की दुकान को "खुशियों की दास्तां"
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बड़वानी | 13-नवम्बर-2020
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 समय पर अगर सहारा मिल जाए, तो जिंदगी का सफर आसान हो जाता है। इसी प्रकार यदि व्यवसाय में कुछ पूंजी का सहयोग मिल जाए तो व्यवसाय की गाड़ी सरपट दौड़ने लगती है। यही हुआ चिखलिया के श्री रामलाल जमरे के साथ, जिन्हें स्ट्रीट वेंडर योजना का सहारा क्या मिला कि उनकी चलती-फिरती फल की दुकान मोटर साइकिल पर सरपट दौड़ने लगी। जिसके कारण पति-पत्नी को यकीन हो चला कि उनके दो छोटे बच्चों की अच्छी शिक्षा-दीक्षा अब सरलता से हो जाएगी। बड़वानी के छोटे से ग्राम चिखलिया के रहने वाले श्री रामलाल जमरे यू तो ग्राम में ही अपनी छोटी सी फल की दुकान का संचालन करते थे। रोटेशन पूजी का अभाव होने से वे कभी भी चाहकर साहस नही जुटा पाए कि उधारी रुपये लेकर अपनी दुकान को बडी करे। क्योकि बाजार से लाये हुए आधे फल समय पर नहीं बिकने के कारण सड़ जाने से वे इतना ही कमा पाते थे कि जैसे-जैसे अपने चार सदस्यी परिवार का गुजर-बसर बमुश्किल कर पाते। ऐसे में जब श्री रामलाल को स्ट्रीट वेंडर योजना से बिना ब्याज के 10 हजार रुपए का सहारा मिला तो वे अपनी मोटर साइकिल पर थेली नुमा स्टेण्ड लगाकर 50 किलोमीटर दूर-दराज के क्षेत्रों में लगने वाले हाट-बाजारों, बड़े कस्बों में भी जाकर फल बेचने लगे, इससे उनकी आय चौगुनी हो गई। क्योंकि रोटेशन पूंजी बढ़ जाने से जहां वे अधिक मात्रा में एवं अधिक वैरायटी के फल लाने लगे, वही एक दिन में कई ग्रामों में जाकर फल विक्रय करने के कारण अब उनके फल सड़कर नष्ट होने की मात्रा भी लगभग शून्य हो गई। जिससे पहले की अपेक्षा उनकी आय 4 गुना हो गई।
(65 days ago)
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