
कलेक्टर श्री संजय कुमार मिश्र की अध्यक्षता में जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में उन्होंने कहा कि अधिकारी, कर्मचारियों एवं जन सहयोग से कोरोना को नियंत्रित किया गया है। इसे पूरी तरह नियंत्रित करने का कार्य अभी शेष है। हम सभी को आगामी आने वाले समय में इसे पूरी तरह नियंत्रित करके कोरोना पर विजय प्राप्त करनी है।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से जिले को अभी निजात नही मिली है। इधर के दिनों में नियंत्रण अवश्य हुआ है। पूरी तरह से निजात पाने के लिए हम सभी को शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा। सभी लोग फेस मास्क लगाएं, 06 फिट की दूरी और हांथों को बार-बार साबुन से धोते रहें। शासन की गाईड लाईन के अनुसार शादी समारोहों आदि में निर्धारित संख्या से अधिक लोग एकत्र न हों। प्रत्येक व्यवसायी अपने प्रतिष्ठान में आने वाले ग्राहकों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करें। स्वयं भी मास्क लगाकर बैठें। प्रतिष्ठान पर बगैर मास्क के आने वाले गरीबों को निःशुल्क मास्क उपलब्ध कराएं। वहीं सम्पन्न लोगों को मास्क लगवाए और उपयुक्त पैसे भी ले सकते हैं।
उन्होंने बैठक में यातायात पुलिस एवं नगरपालिका को निर्देश दिए कि समय समय पर दल गठित कर नगर भ्रमण करें और बगैर मास्क के प्रतिष्ठान संचालित करने वाले प्रतिष्ठान मालिक का चालान करें। इसी प्रकार पुलिस द्वारा बसों की चैकिंग की जाए। बसों में बगैर मास्क के सवारियां पाए जाने पर बस मालिकों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए। जिससे भविष्य में यात्रियों को बगैर मास्क परिवहन न करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यातायात पुलिस वाहन चालकों पर निगरानी रखें और बगैर मास्क के पाए जाने वाले वाहन चालकों से 100 रूपये का अर्थदण्ड वसूला जाए। थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में होने वाले शादी समारोहों की जानकारी एकत्र कर अनावश्यक भीड एकत्र होने से रोके। इस संबंध में विवाह मण्डपों, मंदिरों आदि से सम्पर्क स्थापित कर आयोजित होने वाले शादियों की जानकारी हासिल कर नियमानुसार कार्यवाही करें। प्रत्येक शादी समारोह आयोजन के 48 घण्टे में पूरे कार्यक्रम की सीडी थाने में प्राप्त करने की व्यवस्था करें।
बैठक में उपस्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल.के. तिवारी द्वारा बताया गया कि अक्टूबर माह में लिए जा रहे नियमित सेम्पलों में कोरोना के बहुत कम मरीज प्राप्त हुए हैं। ठण्ड प्रारंभ होने के साथ मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ठण्ड के दिनों में मौसमी बुखार, सर्दी, जुखाम से पीडित प्रत्येक संदेहास्पद व्यक्ति को कोरोना की जांच करानी चाहिए। क्योंकि कोरोना फेफडों से संबंधित बीमारी है। सर्दी जुखाम होने पर फेफडे कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण होने का खतरा बढ जाता है। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय में 70 बेड आक्सीकृत एवं 30 सामान्य बेड की व्यवस्था है। ऐसे में केवल गंभीर रोगियों को ही कोविड हेल्थ केयर सेंटर में भर्ती किया जाता है। विकासखण्ड मुख्यालयों पर स्थापित कोविड केयर सेंटर बंद कर दिए गए हैं। इसलिए सामान्य रूप से कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को घर पर ही आइसोलेट किया जाता है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जिस घर में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को आइसोलेट किया जाएगा। उस घर में आइसोलेट होने संबंधी जानकारी का पर्चा चिपकाया जाएगा। प्रत्येक कोरोना पॉजिटिव होम आइसोलेट व्यक्ति पर कोरोना कमाण्ड सेंटर के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी कि व्यक्ति घर से बाहर तो नही जा रहा है। इसके अलावा ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य विभाग की एएनएम एवं आशा कार्यकर्ता के पास होम आइसोलेट किए गए व्यक्ति की सम्पूर्ण जानकारी होगी। वह मरीज पर सतत निगरानी रखेंगी। सम्पन्न हुई बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री बी.के.एस. परिहार, एसडीएम पन्ना श्री शेर सिंह मीणा, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अशोक चतुर्वेदी, सिविल सर्जन डॉ. व्ही.एस. उपाध्याय, डॉ. गुंजन सिंह, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, थाना प्रभारी यातायात पन्ना, श्री सतानन्द गौतम, श्री कमल लालवानी, श्री योगेन्द्र भदौरिया, श्री रिजवान मोहम्मद आदि उपस्थित रहे।