
प्रधानमंत्री जी का मानना है आत्मनिर्भर भारत की ओर देश आगे बढ़े। उन्होंने कहा गांधी जी ने कहा है आप वही उपयोग करें जो आपका पड़ोसी बनाता है, वह खर्चे में भी कम में आएगा, साथ में प्रदूषण भी पैदा नहीं करेगा, लोहिया जी, गांधीजी, दीनदयाल जी, यह तीनों भारतीय विचारक रहे हैं, तीनों ने कहा गांव स्वाबलंबी थे, उनके स्वावलंबन को अंग्रेजों ने तोड़ने की कोशिश की है, कार्यक्रम औपचारिक नही होना चाहिये। इस आशय के विचार आज केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने जरारूधाम गौ-अभ्यारण में आयोजित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना-रफ्तार के तहत मैत्री हेतु प्रावधानित एआई किट वितरण कार्यक्रम में व्यक्त किये। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह लोधी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शिवचरण पटैल कलेक्टर श्री तरूण राठी, सीईओ जिला पंचायत डॉ गिरीश मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि श्री आलोक गोस्वामी मौजूद थे।

केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटैल ने कहा हम पहले सब्जी घर में उगाते थे और घर-घर बेचने जाते थे अब साप्ताहिक बाजार के रूप में सब्जी मिलती हैं। उन्होंने कहा महिलाएं ही काम कर रही हैं। कंडे या दूध इत्यादि रुचिकर काम महिलाएं कर रही है, कोई पुरुष रुचि लेकर काम करता है तो इससे अच्छी बात है। उन्होंने कहा एक घर में कोई एक भी मातृशक्ति जागृत हो गई तो आपका काम सफल होगा, 3 साल तक तो परफेक्शन आ ही जाएगा। लोगों का आप के ऊपर भरोसा बढ़ जाएगा, आपके क्षेत्र में लगभग 200-300 पशुधन रहेंगे, आपको काम करने का अच्छा मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना-रफ्तार के तहत वर्ष 2019-20 में 1500 मैत्री प्रशिक्षण की स्वीकृति प्राप्त हुई, इन मैत्री प्रशिक्षणार्थियों को नि:शुल्क एआई किट, उपकरण, मानदेय, टेपरिंगग्रांट, वत्स उत्पादन प्रोत्साहन राशि आदि देने हेतु प्रावधान है।
कलेक्टर श्री तरूण राठी ने केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटैल का आभार मानते हुये कहा यह प्रशिक्षण निश्चित रूप से महिलाओं को प्रेरणा देगा, जिस तरह से हम धीरे-धीरे महिलाओं की गतिविधियां बढ़ा रहे हैं, चाहे अनाज खरीदी हो, अभी दीपावली के अवसर पर एनआरएलएम की महिलाओं ने गोबर के दीये बनाए, सराहनीय रहा। इस कार्यक्रम के तहत जो अब महिलाओं की भूमिका आएगी।
उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें डॉ विश्वकर्मा ने योजना के बारे में बताया प्रशिक्षण के दौरान 4 हजार रूपये कुल 4 माह की दर से प्रशिक्षया अवधि हेतु 16 हजार रूपये का भुगतान तथा 4 हजार रूपये प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण संस्थान हेतु प्रशिक्षण सामग्री एवं अन्य के लिये निर्धारित किये गये है। एआई किट एवं उपकरण जिसमें ट्रेविंस भी सम्मिलित है नि:शुल्क प्रदाय की जायेगी। प्रशिक्षण उपरांत कार्य प्रारंभ करने पर टेपरिंग ग्रांट की राशि प्रथम वर्ष में 1500 रूपये प्रतिमाह, द्वितीय वर्ष में 1200 रूपये प्रतिमाह तथा तृतीय वर्ष में 800 रूपये प्रतिमाह प्रदाय की जायेगी। वत्सोत्पादन पर प्रोत्साहन राशि 100 रूपये प्रति वत्स की दर से देय होगी।