गुलाना तहसील को राजस्व के मामलों में आदर्श बनाने के कार्य में अपेक्षित प्रगति हासिल नहीं करने पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की
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कलेक्टर ने कहा तय समय सीमा में कार्य पूरे नहीं करने पर सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी, कलेक्टर श्री जैन ने गुलाना तहसील के ग्राम अय्यापुर, भैसरोद, कुड़ाना, सिमरोल शु एवं पाड़ली का निरीक्षण किया
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शाजापुर | 05-दिसम्बर-2020
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 गुलाना तहसील को राजस्व के मामलों में आदर्श बनाने के चल रहे अभियान में लगभग एक माह गुजर जाने के बाद भी उल्लेखनीय प्रगति हासिल नहीं कर पाने के कारण कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने पटवारियों, राजस्व निरीक्षको एवं राजस्व अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए तय समय सीमा में गुलाना तहसील के सभी ग्रामीणजनों के राजस्व संबंधित शत प्रतिशत कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि काम में लापरवाही बरतने वाले पटवारियों एवं राजस्व निरीक्षको सहित जबावदार राजस्व अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। गुलाना तहसील के 82 गांव को राजस्व के मामलों में आदर्श बनाने के लिए 02 नवंबर से 31 दिसंबर तक अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान अब तक की गई कार्यवाही की मैदानी हकीकत देखने के लिए गत दिवस कलेक्टर श्री दिनेश जैन ने गुलाना तहसील के ग्राम अय्यापुर, भैसरोद, कुड़ाना, सिमरोल शु एवं पाड़ली पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सभी पटवारियों और राजस्व निरीक्षको द्वारा किए गए कार्यो की समीक्षा की। कलेक्टर ने प्रभारी बनाए सभी डिप्टी कलेक्टर को भी निर्देश दिए कि वे कार्यो की समीक्षा गंभीरता के साथ करें। पटवारी एक-एक ग्रामीण से मिले और उसके राजस्व संबंधी कार्यो की जानकरी लें। राजस्व अभिलेख में सुधार के उपरांत संबंधित को खसरा एवं बी-1 की प्रति भी प्रदान करें। किसी भी व्यक्ति का कोई भी राजस्व संबंधी कार्य शेष नहीं रहना चाहिए। अभियान सम्पन्न होने के बाद यदि किसी व्यक्ति का नामांतरण बटवारा, सीमांकन जैसे अन्य कार्य शेष रहते है तो संबंधित जवाबदार के विरूद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि गुलाना तहसील में 82 गांव है जिन्हें 44 हल्के में विभाजित किया गया है। इस दौरान कलेक्टर ने सभी को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रो में जितने भी शासकीय परिसम्पत्तियां है उसे खसरे में क्षेत्रफल सहित दर्ज करें। शासकीय पट्टेधारियों का वास्तव में भूमि पर कब्जा है या नहीं, देखें और यदि कब्जा न हो तो उसे कब्जा दिलाएं। जैसे ही भूमि स्वामी की मृत्यु होती है, पटवारी स्व विवेक से फौरन फौती नामांतरण का प्रकरण बनाए, वारिसो के आवेदन का इंतजार न करें। सभी पटवारी अनिवार्य रूप से सप्ताह में 3 दिन अपने पटवारी हल्का मुख्यालय पर उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान अनुविभागीय अधिकारी श्री एस.एल. सोलंकी, प्रभारी तहसीलदार श्री हेमंत अग्रवाल, ग्राम अय्यापुर में संयुक्त कलेक्टर श्रीमती शैली कनाश, नायब तहसीलदार श्री कैलाश मालवीय, भैंसरोद में नायब तहसीलदार श्री संदीप इवने, कुड़ाना एवं पाड़ली में डिप्टी कलेक्टर श्रीमती जूही गर्ग भी उपस्थित थी। सबसे पहले ग्राम अय्यापुर में पहुँचे कलेक्टर ने यहां उपस्थित पटवारी सौरभ श्रीवास्तव एवं आरआई सुश्री आरती गोयल से कार्यों की जानकारी ली। इनके द्वारा लक्ष्य अनुरूप कार्य नहीं करने पर कलेक्टर श्री जैन ने नाराजगी व्यक्त की। यहाँ उन्होंने पटवारी की दो वेतन वृद्धि एवं आरआई की एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए। ग्राम भैंसरोद में कार्यों के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने पटवारी के कार्य की धीमी प्रगति होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी श्री एस.एल. सोलंकी को निर्देश दिए कि कार्य के प्रति लापरवाह पटवारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें। ग्राम सिमरोल शु में कलेक्टर ने मांगलिक भवन में अवैध रूप से रह रहे व्यक्ति से मांगलिक भवन खाली कराने के निर्देश दिये। रिक्त पड़े ईजीएस भवन में पटवारी का दफ्तर शुरू करने के लिए कहा। इसी तरह ग्राम पाड़ली में भी कलेक्टर ने पटवारियों एवं राजस्व अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
(52 days ago)
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