
दिव्यांगजनों को दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में आयोजित एडव्होकेसी बैठक को संबोधित करते हुए केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि दिव्यांगजनों की सेवा ही मानवता की सच्ची सेवा है। शासन की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रत्येक दिव्यांगजनों को लाभान्वित करते हुए उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जाए। जिला योजना भवन में संपन्न हुई इस बैठक में राज्यसभा सांसद संपतिया उईके, आयुक्त निःशक्तजन संदीप रजक, जिला पंचायत उपाध्यक्ष शैलेष मिश्रा, कलेक्टर हर्षिका सिंह, सीईओ जिला पंचायत तन्वी हुड्डा सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री कुलस्ते ने कहा कि प्रत्येक दिव्यांगजनों को पात्रतानुसार शासन की योजनाओं से लाभान्वित करना सुनिश्चित किया जाए। सर्वे में जो लोग छूट गए हैं उन्हें चिन्हित करें तथा प्रमाणीकरण की कार्यवाही पूर्ण करते हुए उन्हें भी शासन की योजनाओं से लाभान्वित करें। श्री कुलस्ते ने कहा कि दिव्यांगजनों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगारोन्मुखी योजनाओं से जोड़ते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाए। उन्हांेने बैंक अधिकारियों से दिव्यांगजनों के मामलों में सकारात्मक रूख अपनाने की बात कही। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद संपतिया उईके ने दिव्यांगजनों को लाभान्वित करने के संबंध में सरपंच, सचिव सहित अन्य विभागों के मैदानी अमले का सहयोग लेने की बात कही। आयुक्त निःशक्तजन संदीप रजक ने निर्देशित किया कि संबंधित विभाग आपस में समन्वय कर दिव्यांगजनों को लाभान्वित करने में सहभागी बनें। उन्होंने दस्तावेजीकरण में सावधानी बरतने की भी बात कही।
शत प्रतिशत दिव्यांगजनों का प्रमाण पत्र जारी करें
बैठक में आयुक्त निःशक्तजन संदीप रजक ने निर्देशित किया कि जिले के शतप्रतिशत दिव्यांगजनों को पात्रतानुसार प्रमाण पत्र जारी करना सुनिश्चित किया जाए। कोई भी व्यक्ति छूटना नहीं चाहिए। आवश्यकतानुसार आऊटसोर्सिंग से भी प्रमाणीकरण का कार्य कराएं। 40 प्रतिशत से कम दिव्यांगता वाले व्यक्तियों की भी जानकारी संधारित की जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि जिनके यूडीआईडी रिजेक्ट हुए हैं उनकी पुनः जांच कर समुचित कार्यवाही करें।
विकासखंड स्तर पर कंट्रोल रूम की स्थापना सराहनीय पहल
मंडला जिले में विकासखंड स्तर पर स्थापित किए गए कंट्रोल रूम एवं संसाधन कक्षों की सराहना करते हुए आयुक्त निःशक्तजन संदीप रजक ने कहा कि जिला स्तर पर किया गया यह नवाचार अन्य जिलों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगा। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम एवं संसाधन कक्षों की जिला स्तर से भी मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर हर्षिका सिंह ने इन कक्षों द्वारा किए जा रहे कार्यों तथा दिव्यांगजनों के लिए घर पहुंच सेवा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
यात्री वाहनों में दिव्यांगों की सुविधाओं का रखें ध्यान
आयुक्त निःशक्तजन संदीप रजक ने यात्री वाहनों में दिव्यांगजनों के लिए दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि प्रत्येक यात्री वाहन में नियमानुसार दिव्यांगजनों को यात्री किराया में 50 प्रतिशत की छूट दिलाई जाए। इसी प्रकार दिव्यांग यात्रियों के लिए सीटों के आरक्षण के प्रावधान का सख्ती से पालन कराया जाए। उन्होंने इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी को बस संचालकों की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए।
निर्माण कार्यों में करें गाईडलाईन का पालन
आयुक्त निःशक्तजन ने निर्देशित किया कि प्रत्येक निर्माण कार्यों में दिव्यांगजनों के लिए अनिवार्य रूप से रैम्प का निर्माण कराया जाए। प्रत्येक शासकीय एवं निजी संस्थान, होटल, सिनेमाघर, बैंक आदि संस्थाओं में भी नियमानुसार रैम्प अथवा लिफ्ट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्माण विभागों से जुड़े अधिकारियों को इस संबंध में संवेदनशीलता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में गाईडलाईन का पालन नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी।
दिव्यांगजनों के लिए पुलिस सहायता केन्द्र संचालित करें
बैठक में आयुक्त निःशक्तजन संदीप रजक ने कहा कि दिव्यांगजनों के पुलिस विभाग से संबंधित कार्यों को दृष्टिगत रखते हुए जिले में पुलिस सहायता केन्द्र संचालित किया जाए। इस केन्द्र के माध्यम से दिव्यांगजनों को पुलिस विभाग से संबंधित विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान करें। उन्होंने कहा कि यदि किसी दिव्यांग आवेदक की भाषा समझने में दिक्कत होती है तो विशेषज्ञों की सहायता ली जाए। श्री रजक ने दिव्यांगजनों के संबंध में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में सर्वशिक्षा अभियान के सहायक परियोजना समन्वयक केके उपाध्याय द्वारा पॉवर प्वाईंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से जिले में किए गए कार्यों की जानकारी दी गई।