सुकवरी साकेत के बुढ़ापे का सहारा बनी राष्ट्रीय वयोश्री योजना "कहानी सच्ची है"
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सीधी | 17-जनवरी-2021
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 वृद्धावस्था में सहारे की अत्यधिक आवश्यकता होती है। इस समय शरीर कमजोर हो जाता है। देखने और सुनने में भी समस्या होने लगती है। पैरों में घुटनों समस्या के कारण कहीं आने जाने में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले वृद्ध जनों को चिंता रहती है कि वृद्धावस्था कैसे कटेगा, उनके पास तो कृत्रिम उपकरण खरीदने के भी पैसे नहीं रहते हैं। ऐसी ही समस्याओं का सामना कर रही थीं सीधी जिले के ग्राम रामपुर तहसील गोपद बनास के 70 वर्षीय सुकवरी साकेत। ऐसे ही वृद्धजनों की समस्या के निवारण के लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय वयोश्री योजना का संचालन किया जा रहा है। राष्ट्रीय वयोश्री योजना अंतर्गत बीपीएल श्रेणी के वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क जीवन सहायक उपकरण वितरित किये जाते हैं। सीधी जिले में भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण विभाग जबलपुर के सौजन्य से योजनांतर्गत जनपद पंचायतवार सर्वे कर दिव्यांगजनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा उन्हें सहायक उपकरणों के लिए चिंहांकित किया गया। इन सभी हितग्राहियों को जनपद पंचायत वार शिविरों का आयोजन कर सहायक उपकरण वितरित किए जा रहे हैं। ऐसे ही जनपद पंचायत सीधी में आयोजित कार्यक्रम में सुकवरी साकेत को कृत्रिम उपकरण व्हीलचेयर, वॉकिंग स्टिक, श्रवणयंत्र एवं चश्मा निःशुल्क प्रदान किया गया। कृत्रिम उपकरण मिलने से सुकवरी साकेत बहुत खुश हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें राज्य सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 600 रुपये मिलती है, खाने के लिए प्रत्येक माह 10 किलो अनाज मिलता, उज्ज्वला योजना अंतर्गत गैस का भी लाभ मिला है। वे कहती हैं कि इन उपकरणों के मिलने से बहुत बड़ा सहारा हो गया है। अब उन्हें कहीं भी आने-जाने तथा देखने में किसी भी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं होगी। वृद्धावस्था भी आसानी से कट जाएगी।
(42 days ago)
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