
आयुक्त निःशक्तजन मध्यप्रदेश शासन श्री संदीप रजक ने कहा कि दिव्यांगजनों को उनके अधिकारों और सरकार की योजनाओं से लाभांवित किया जाए। जिससे दिव्यांगजन अपना सामाजिक जीवन सम्मानपर्वूक जी सके। आयुक्त निःशक्तजन शनिवार को जनजाति कल्याण केन्द्र महाकौशल बरगांव में आयोजित दिव्यांगजन उपकरण वितरण शिविर को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सर्वश्री उत्तम महाराज, श्री राजकुमार मटाले, पुलिस अधीक्षक डिंडौरी श्री संजय सिंह, एसडीएम शहपुरा श्रीमति अंजू अरूण विश्वकर्मा, जिला परिवहन अधिकारी श्रीमति रमा दुबे, कार्यपालन यंत्री आरईएस श्री बघेल सहित जिला एवं जनपद स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। आयुक्त निःशक्तजन श्री संदीप रजक ने कहा कि प्रत्येक शासकीय कार्यालयों या सार्वजनिक भवनों में अनिवार्य रूप से रैम्प बनाये जाएं। जिससे दिव्यांगजनों को शासकीय कार्यालयों या सार्वजनिक भवनों में आने-जाने के लिए कठिनाई न हो। उन्होंने सभी कार्यालय प्रमुखों को उक्त निर्देशों का कडाई से पालन करने को कहा है। दिव्यांगजनों के अधिकारों और उनके लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने पर कडी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
आयुक्त निःशक्तजन ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत दिव्यांगजनों को 600 रूपए मासिक पेंशन दी जाती है। सभी दिव्यांगजनों को अनिवार्य रूप से सामाजिक सुरक्षा पेंशन देना सुनिश्चित किया जाए। सामाजिक सुरक्षा पेंशन से कोई भी दिव्यांग वंचित नहीं होना चाहिए। विकासखण्डों में शिविरों का आयोजन कर दिव्यांगजनों के लिए प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिये गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को आवागमन के लिए बसो में सीटों का आरक्षण और किराये में छूट प्रदान की जाती है। जिला परिवहन अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उक्त निर्देशों का कडाई से पालन हो और दिव्यांगजनों को आवागमन की सुविधाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने दिव्यांगजनों की भावनाओं को आघात करने पर उनकी शिकायतों को प्राथमिकता के साथ पुलिस थाने में दर्ज करने के निर्देश दिए। आयुक्त निःशक्तजन ने इस अवसर पर विद्यालयों में दर्ज दिव्यांग विद्यार्थियों के संबंध में भी जानकारी ली।
आयुक्त निःशक्तजन ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सडक दुर्घटना से बचाव और यातायात नियमों का पालन करने के लिए ’’सडक सुरक्षा जीवन रक्षा’’ अभियान चलाया जा रहा है। इस अवसर पर लोगों को सडक दुर्घटना से बचाव और यातायात नियमों के बारे में जानकारी दी गई। जिससे सभी लोग जागरूक होकर सडक दुर्घटना से बच सकें। उन्होंने कहा कि वाहनों को हमेशा संतुलित वेग पर ही चलायें। भूख लगने, स्वास्थ्य खराब होने तथा नींद आने की स्थिति में वाहन न चलाएं। मादक पदार्थों के सेवन के बाद ड्राईविंग न करें। हमेशा हेलमेट पहनें और सीट बेल्ट का उपयोग करें, जिससे दुर्घटना होने की स्थिति में बचाव हो सके। इस अवसर पर ’’सडक सुरक्षा, जीवन रक्षा’’ की शपथ भी दिलाई गई।
सर्वश्री उत्तम महाराज ने आयोजित शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि दीन दुखियों की सेवा करना सच्ची मानवता है। बिना किसी भेदभाव के हमें जन कल्याण के कार्य करना चाहिए। हमें अपने कर्मो का फल जरूर मिलता है, इसलिए अच्छे कर्म करें जिससे आने वाली पीढी हमारे कार्यों का अनुसरण कर सकें। आयोजित शिविर को पुलिस अधीक्षक श्री संजय सिंह एवं जिला परिवहन अधिकारी श्रीमति रमा दुबे ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर दिव्यांगजनों को ट्राईसिकल एवं कृत्रिम अंग प्रदान किये गए।