
कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने निर्देशन पर जिले में कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उन्हें सुपोषित करने की दिशा में अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में अनुविभाग ढीमरखेड़ा अन्तर्गत एसडीएम सपना त्रिपाठी द्वारा भी पहल की गई है। जिसके तहत तहसील क्षेत्र के कुपोषित बच्चों को गोद लेकर प्रशासनिक अधिकारी सुपोषित करने की दिशा में कार्य करेंगे। एसडीएम सपना त्रिपाठी ने बताया कि इस अभियान के तहत पहले चरण में प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा क्षेत्र के 14 कुपोषित बच्चों को गोद लेकर सुपोषित सुपोषण बनाने में सफलता हासिल की गई है। जिसके बाद बुधवार को अभियान के दूसरे चरण में क्षेत्र के 80 कुपोषित बच्चों को सुपोषित बनाने का जिम्मा लिया अधिकारियों द्वारा गया है।
एसडीएम सपना त्रिपाठी ने बताया कि सरकार के द्वारा कुपोषण की जंग को जीतने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके सार्थक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। अभियान के तहत पहले चरण में 14 कुपोषित बच्चों को अधिकारियों के द्वारा लिया गया था। सभी बच्चे सुपोषित हो चुके हैं। कुपोषण की जंग सुपोषण के संग में प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग होने के कारण कुपोषित बच्चों की निगरानी कर और उनके खानपान पर ध्यान देने से अभियान को सफलता मिली है।
इस अभियान के दूसरे चरण में बुधवार को जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के सभागार में महिला बाल विकाश विभाग के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें कुपोषित बच्चों की माताओं के पौष्टिक आहार के लिए चना, मूंग, गेहूं, चावल, मिल्क पावडर सहित अन्य पौष्ठिक आहार का वितरण किया गया। गैर सरकारी संगठन एचओएफइ के द्वारा भी आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के 40 कुपोषित बच्चों को गर्म कपड़े बांटने का निर्णय लिया गया है। जनपद सीईओ विनोद पांडे ने बताया कि पंचायत स्तर पर कुपोषित बच्चों की निगरानी कर सुपोषित बनाने में मदद की जाएगी। इस दौरान परियोजना अधिकारी आरती यादव, तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे, एसडीओ इकबाल खान, बीपीओ एस के कलसिया, नितेश नायक, आकाश सोनी, मीना तिवारी, भावना, साहू मंजू मिश्रा, शिवानी विश्वकर्मा एवं अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।