
कलेक्ट्रेट कार्यालय की शाखाओं का कार्य सुचारू रूप से संचालित करने एवं कार्य पद्धति में कसावट लाने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस द्वारा रविवार को कार्यालय के प्रभारी अधिकारियों एवं शाखा लिपिकों की बैठक ली गई। बैठक में उन्होंने कहा कि कलेक्ट्रेट की शाखाओं में अनावश्यक कोई कार्य लंबित न रहे। प्रत्येक शाखा में कार्य निष्पादन तत्परता से किया जाए। उन्होंने कहा कि कलेक्टर कार्यालय में कार्य में विलम्ब होने से पूरा जिला प्रभावित होता है। प्रत्येक शाखा प्रभारी एवं शाखा लिपिक इस बात का ध्यान रखे। कलेक्ट्रेट में प्राप्त होने वाली शिकायतों के निराकरण की व्यवस्था प्रभावी एवं पारदर्शी हो। बैठक में अपर कलेक्टर श्री जेपी सचान, संयुक्त कलेक्टर श्री एमपी बरार एवं श्री राजीव रंजन पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती निशा बांगरे, कार्यालय अधीक्षक श्री एमके मालवीय सहित संबंधित शाखाओं के शाखा लिपिक मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कलेक्टर की शिकायत शाखा सुव्यवस्थित होना चाहिए। यहां आने वाली शिकायतें विधिवत् पंजी में दर्ज हो। शिकायत निराकरणकर्ता अधिकारी को भेजे जाने की तारीख एवं निराकरण की स्थिति स्पष्ट रूप से अभिलेख में इन्द्राज हो। उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायतें एवं उनके निराकरण की स्थिति गूगल शीट पर भी दर्ज की जाए। शिकायतों के निराकरण की समीक्षा साप्ताहिक रूप से की जाएगी। वरिष्ठ कार्यालयों से आने वाले पत्रों एवं शिकायतों का निराकरण भी पूरी गंभीरता के साथ समय-सीमा में किया जाए। मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान योजना के अंतर्गत प्रकरणों में पात्रतानुसार तत्परता से स्वीकृति दी जाए। विभिन्न शाखाओं के बीच उचित आपसी समन्वय बना रहे। किसी भी तरह की अड़चन आने पर तत्काल उन्हें अवगत कराया जाए।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि यह उचित नहीं होगा कि कलेक्ट्रेट की कोई शिकायत उन तक अन्य माध्यम से पहुंचे, बल्कि बेहतर होगा कि संबंधित शाखा लिपिक या शाखा प्रभारी ऐसी समस्याओं को तत्काल उनसे साझा करे। कलेक्टर ने कहा कि वे प्रत्येक शाखा की निरंतर समीक्षा करेंगे। समस्त शाखाओं को उचित संसाधनयुक्त बनाया जाएगा एवं उनकी समस्याओं का भी निराकरण किया जाएगा। परन्तु किसी भी शाखा में लंबे समय से लंबित मामले स्वीकार्य नहीं होंगे। ऐसे मामलों में संबंधित अधिकारी एवं लिपिक को ध्यान देना होगा।
कलेक्टर ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रभारी अधिकारी शाखा लिपिकों के भरोसे काम न छोड़ें। प्रत्येक शाखा के कार्य पर प्रभारी अधिकारियों की पैनी निगाह बनी रहे एवं उनके कार्यों की समय सीमा में सतत् समीक्षा भी की जाती रहे। सेवानिवृत्त कर्मचारियों के मामले में उन्होंने पेंशन प्रकरण का यथाशीघ्र निराकरण करने की अपेक्षा करते हुए कहा कि सेवानिवृत्ति पर कर्मचारी की सम्मानपूर्वक बिदाई भी की जाए। कलेक्टर ने आवक-जावक शाखा का कार्य भी सुव्यवस्थित करने के संबंध में कर्मचारियों को निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने अभिलेखागार, सूचना का अधिकार, राहत, रिकवरी, आम्र्स लाइसेंस सहित अन्य महत्वपूर्ण शाखाओं के कार्यों की भी समीक्षा की एवं उचित निर्देश दिए।