पेंशनर्स के लिये डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की सुविधा विद्याधर के लिये बनी सहायक (कहानी सच्ची है)
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नजदीक के महात्मा गांधी ग्राम सेवा केन्द्र में आसानी से हुआ आवेदन
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कटनी | 16-फरवरी-2021
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 शासकीय सेवा से निवृत्त होने के बाद पेंशन आय का महत्वपूर्ण स्त्रेात है। जो जीवन के इस पड़ाव में उन्हें आर्थिक रुप से सक्षम बनाकर उनकी जरुरतें पूरी करने में और आपातकालीन परिस्थितियों में सहायता करती है। पेंशनभोगियों को सेवानिवृत्ति के बाद बैंक जैसे अधिकृत पेंशन संवितरण एजेन्सी में पेंशनर्स को अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करना अनिवार्य है, जिसके बाद भी उन्हें पेंशन दी जाती है। इसके लिये जिले के कटनी विकासखण्ड अन्तर्गत ग्राम चाका निवासी भी विद्याधर मिश्रा शासकीय सेवा से रिटायर हो चुके हैं। अब वे अपनी सामाजिक एवं पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन अपनों के बीच ही रहकर करते हैं। रिटायरमेन्ट के बाद उन्हें मिलने वाली पेंशन से ही उनकी दैनिक जरुरतें और परिवार का भरण-पोषण चल रहा है। नियमित रुप से पेंशन मिले, इसके लिये उन्हें नियमानुसार जीवन प्रमाण पत्र स्वयं जाकर पेंशन अकाउंट की बैंक शाखा तक जाना पड़ता था। इस उम्र में इस भागादौड़ी से उन्हें अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब उनकी इस समस्या का समाधान भी ग्राम पंचायतों में संचालित महात्मा गांधी ग्राम सेवा केन्द्रों के माध्यम हो गया है। पेंशनर विद्याधर मिश्रा ग्राम चाका निवासी हैं। इस बार उन्होने चाका पंचायत में ही संचालित महात्मा गांधी ग्राम सेवा केन्द्र के संचालक अरुण दुबे के सहयोग से ऑनलाईन जीवन प्रमाण पत्र जनरेट करा लिया है। इसके बाद उन्हें अब इस सर्टिफिकेट को बैंक में जमा करने की बाध्यता से भी निजात मिली है। इस सुविधा के मिल जाने से श्री मिश्रा काफी प्रसन्न हैं। प्रसन्नता जाहिर करते हुये कहा है कि महज मिनटों में लाईफ सर्टिफिकेट की प्रक्रिया ऑनलाईन बायोमेट्रिक ऑथेन्टिकेशन के माध्यम से पूरी हो गई। ना कहीं लाईन में खड़ा होना पड़ा और ना ही उसे जमा करने के लिये बैंक के चक्कर लगाने पड़े और आसनी से उनका डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र भी कुछ ही मिनटों में उन्हें प्राप्त हो गया।
(60 days ago)
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