एक मार्च शुरू हो रहे टीकाकरण के द्वितीय चरण हेतु कलेक्टर ने की तैयारियों की समीक्षा
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60 वर्ष से ऊपर तथा चिन्हित कोमोर्बिडिटी के 45 से 59 वर्ष की आयु वर्ग के व्यक्ति होंगे लाभार्थी
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सागर | 27-फरवरी-2021
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हालांकि सक्रिय और नए कोरोनोवायरस संक्रमणों में पर्याप्त गिरावट आई है, लेकिन पूरी तरह से महामारी को दूर करने के लिए निगरानी, नियंत्रण और सावधानी बनाए रखने की आवश्यकता है। शनिवार को कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने मौजूदा कोरोना संक्रमण की समीक्षा की साथ ही 1 मार्च से शुरू होने जा रहे वैक्सीनेशन के द्वितीय चरण की तैयारियों की भी समीक्षा की। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 60 वर्ष से ऊपर तथा चिन्हित कोमोर्बिडिटी के 45 से 59 वर्ष की आयु वर्ग के लाभार्थियों को 1 मार्च से कोरोनावायरस से बचाव का टीकाकरण किया जाएगा। सभी लाभार्थियों को उम्र के प्रमाण के लिए फोटो पहचान पत्र और कोमोर्बिडिटी का प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो) दिखाना होगा।
ये पहचान पत्र होंगे मान्य लाभार्थियों को भारत सरकार द्वारा अनुमोदित आईडी कार्ड में से एक के माध्यम से सत्यापित किया जाएगा। स्वीकृत आईडी इस प्रकार हैंरू आधार संख्या, ड्राइविंग लाइसेंस, स्वास्थ्य योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, सांसदों ध् विधायकों ध् एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र, पैन कार्ड, बैंक द्वारा जारी पासबुक ध् डाकघर, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज, केंद्रीय ध् राज्य सरकार ध् सार्वजनिक उपक्रम ध् सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किया गया पहचान पत्र और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के तहत भारत के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा जारी किया गया स्मार्ट कार्ड। 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए किसी अतिरिक्त दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी। उन्हें आधार कार्ड के माध्यम से अपनी पहचान को मान्य करना होगा। 45-59 वर्ष के बीच के लोगों के लिए चिकित्सक से कोमोर्बिडिटी प्रमाण पत्र आवश्यक है। इस श्रेणी के लिए 20 कोमोर्बिडिटी की पहचान की गई है।
कोविड वैक्सीनेशन हेतु 45 से 59 वर्ष के व्यक्तियों में चिन्हित बीमारियों के नाम
1. हृदस संबंधी रोग जिसके लिए विगत 1 वर्ष में हास्पिटल मे भर्ती रहना पड़ा हो। 2. ह्दय प्रत्यारोपण या पेस मेकर लगाया गया हो। 3. हृदय संकुचन संबंधी गंभीर विकार। 4. हृदय बाल्व संबंधी गंभीर या मध्यम विकार। 5. जन्मजात हृदय रोग के साथ गंभीर पल्मोनरी आटर््री उच्च रक्तचाप। 6. दिल की नसों की बीमारी, बॉयपासध्दिल का दौरा एवं उच्च रक्तचाप, शुगर की बीमारी के लिए दवाएं ले रहे व्यक्ति। 7. एंजायना के साथ हायपरटेंशन, शुगर रोगी। 8. सी.टी., एम.आर.आई परीक्षण मे ब्रेन स्ट्रोक ज्ञात ब्यक्ति जो उच्च रक्तचाप एवं शुगर का उपचार ले रहे हो। 9. पल्मोनरी आर्टरी हायरपरटेंशन के साथ उच्च रक्तचाप एवं षुगर। 10. 10 वर्षों से शुगर एवं जटिलताओं तथा उच्च रक्तचाप का उपचार ले रहे व्यक्ति। 11. किडनीध्लीवरध्स्टेमसेल प्रत्यारेपित अथवा प्रतीक्षरत व्यक्ति। 12. डायलिसिस एवं किडनी के गंभीर रोगी। 13. लंबे समय से ओरल कॉर्टिको स्टेरायड, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम करने वाली दवाई ले रहे व्यक्ति। 14. गंभीर लिवर सिरोसिस रोगी। 15. गंभीर ष्वसन तंत्र रोगी जिन्हे विगत 2 वर्षों मे भती किया गया हो। 16. लिम्फोमा, ल्यूकीमियाध्मायलोमा के रोगी। 17. कैंसर की गठान अथवाध्1 जुलाई 2020 के बाद ज्ञात होध्कैंसर का उपचार ले रहे रोगी। 18. सिकलसेल, बोन मेरो फेल्योर, एप्लास्टिक एनीमिया, थैलेसीमिया मेजर रोगी। 19. प्रारंभिक अवस्था के रोगी जिनको रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी, एच.आई.वी संक्रमित हो। 20. दिव्यांग व्यक्ति जिन्हे सहायता की जरूरत हो, मांसपेशियों की अशक्तता, मुक बधिर, एसिड अटेक पीडित जिनमे श्वसन तंत्र प्रभावित हो। समीक्षा बैठक में नगर निगम कमिशनर श्री आर पी अहिरवार, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री इच्छित गड़पाले, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सुरेश बौद्ध, बीएमसी डीन डॉ आर एस वर्मा, अन्य डॉक्टर एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
(45 days ago)
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