कलेक्टर हर्षिका सिंह ने समय सीमा बैठक में सीएम हेल्पलाईन सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने समाधान ऑनलाईन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को जरूरी निर्देश दिए। श्रीमती सिंह ने 300 दिवस से अधिक की शिकायतों के निराकरण में जिले की निम्न स्थिति से नाराजगी जाहिर की। उन्होंने 700 दिवस से अधिक की शिकायतों का तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जल जीवन मिशन, नल जल योजना एवं जल संकट से ग्रस्त क्षेत्रों के संदर्भ में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने ईई पीएचई को जिले के जल संकट से प्रभावित गांवों एवं पंचायतों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने विगत् वर्ष जल संकट से ग्रस्त क्षेत्रों में पानी पहुंचाने के लिए बनाई गई कार्ययोजना के बारे में विस्तार से जाना। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या से ग्रस्त पंचायतों में पानी पहुंचाने के लिए जल्द कार्ययोजना बनाकर इसे अंतिम रूप दें। उन्होंने ईई पीएचई को पेयजल से संबंधित समस्याओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी सीईओ जनपद को भी अपने क्षेत्रों में जल संकट से प्रभावित गांवों को चिन्हित करते हुए पीएचई विभाग से समन्वय बनाकर पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को बैगा क्षेत्रों में तथा वन विभाग को वन ग्रामों में पेयजल की स्थिति की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
श्रीमती सिंह ने उपसंचालक कृषि को यूरिया एवं बीज की दुकानों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दुकानों में अनियमितता पाए जाने पर सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने सभी एसडीएम तथा सीएमओ नगरीय निकायों को निर्देशित किया कि अपने क्षेत्र में अमानक बीज एवं उर्वरकों की दुकानों पर की गई कार्यवाही से अवगत् करें। कलेक्टर ने जिले में राशन उपलब्धता को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में राशन वितरण से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या संज्ञान में आती है उसका तत्काल निराकरण करें। उन्होंने मृत व्यक्तियों के नाम से पात्रता पर्ची जारी न करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों को अवैतनिक करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को प्रतिदिन सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों का निराकरण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने ईई पीआईयू को ईव्हीएम वेयरहाऊस के संबंध में जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वेयरहाऊस में सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीव्ही कैमरे तथा दीवारों पर फेन्सिंग कराएं। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन तथा मनरेगा के अंतर्गत लंबित भुगतानों की जानकारी मांगी। उन्होंने सीएमएचओ तथा सिविल सर्जन को जननी सुरक्षा योजना, मातृ वंदना योजना तथा अन्य योजनाओं के लंबित भुगतान को शीघ्र जारी करने के निर्देश दिए। श्रीमती सिंह ने सीएम किसान तथा पीएम किसान योजना की समीक्षा करते हुए योजना में जिले के निराशाजनक प्रदर्शन पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने तहसीलदारों को वेरीफिकेशन की प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने की गति को बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पोषण आहार की समीक्षा तथा भुगतान पर भी चर्चा की। उन्होंने उपार्जन केन्द्रों को निर्धारित मापदण्ड के अनुसार बनाने के निर्देश दिए।
कोविड वैक्सीनेशन पर निर्देश
कलेक्टर हर्षिका सिंह ने एक मार्च से प्रारंभ हुए कोविड वैक्सीनेशन के द्वितीय चरण के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने 60 वर्ष से अधिक तथा गंभीर बीमारी से ग्रस्त 45 से 60 वर्ष के व्यक्तियों को निर्धारित प्रक्रिया पूर्ण करते हुए टीकाकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले की जनता से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में निर्धारित प्रक्रिया पूर्ण कर अपनी नजदीकि टीकाकरण केन्द्रों में जाकर टीका लगाएं। सीएमएचओ डॉ. श्रीनाथ सिंह ने बताया कि टीकाकरण के लिए केन्द्र पहुंचने वाले व्यक्ति अपनी व्यक्तिगत् तथा मोबाईल नंबर की जानकारी वास्तविक रूप से दर्ज कराएं। दर्ज जानकारी के आधार पर ही टीकाकरण से संबंधित महत्वपूर्ण आगामी सूचनाएं एवं संवाद किए जाएंगे। कलेक्टर ने जनसुनवाई के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को जून माह से फरवरी माह तक निराकृत किए गए प्रकरणों को पोर्टल पर दर्ज कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई के प्रकरणों को साप्ताहिक रीव्यू किया जाएगा। बैठक में अपर कलेक्टर मीना मसराम, अतिरिक्त सीईओ श्री मरावी सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।