क्षेत्रीय सांसद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति(दिशा) की बैठक संपन्न हुई। बैठक में प्रदेश के श्रम मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, अशोकनगर विधायक श्री जजपाल सिंह, चंदेरी विधायक श्री गोपाल सिंह चौहान, मुंगावली विधायक श्री बृजेन्द्र सिंह यादव, कलेक्टर डॉ .मंजू शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री पंकज कुमावत, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अजय कटेसरिया, जिला वनमण्डाधिकारी श्री संजय सिंह चौहान, अपर कलेक्टर श्री अनुज रोहतगी, जनप्रतिनिधि एवं संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में सांसद श्री सिंधिया ने निर्देश दिए कि जिले में विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर कराया जाए। जिले में चल रहे निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने चंदेरी हैण्डलूम पार्क में बुनकरों द्वारा किये जा रहे कार्यो की प्रगति के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि चंदेरी में 240 बुनकारों के लिए बनाए गए हैण्डलूम पार्क में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने बुनकरो को कच्चा माल, डिजाइन फेसिलिटीज, वर्कशॉप, क्वालिटी, पैकेजिंग एवं मार्केटिंग व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि परियोजना क्रियान्वयन इकाई एक एवं दो द्वारा स्वीकृत सड़क के कार्य निश्चित समय सीमा में पूर्ण कराए जाए। उन्होंने केन्द्रीय सड़क निधि के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझाव के आधार पर तीन ग्रामों में ग्रामीण सड़कों के कार्य ग्राम से बाहर लिये जाएं। उन्होंने राजीव गांधी ग्राम विद्युतीकरण योजना के कार्य की विस्तार से जानकारी ली तथा आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने विधायक निधि के कार्यो की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि जो कार्य पूर्ण हो गये है, उन कार्य स्थल पर साईन बोर्ड लगवाये जाकर फोटो उपलब्ध कराये जाएं।
बैठक में संबंधित विभागों के विभागीय अधिकारियों द्वारा निर्माण कार्यों की अद्यतन स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क, विधायक निधि, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण, आदिवासी उप योजना के कार्यो की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान प्रत्येक कार्यो को निश्चित समयावधि में पूर्ण किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए।