किसानों को गेहूं फसल के संबंध में कृषि कार्य करने की सलाह
|
-
|
सतना | 19-नवम्बर-2020
|
आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र ने किसानों को गेहूं फसल के संबंध में सलाह दी है कि किसान वर्तमान समय के तापमान को ध्यान में रखते हुए गेहूं की बुवाई शुरू करें। सिंचित अवस्था के लिए एम.पी. 1203, एम.पी. 3382, जीडब्ल्यू 322, जीडब्ल्यू 366, एच.आई. 1544, एच.आई. 8759 व एमपीओ 1215, प्रतिबंधित सिंचाई अवस्था के लिए एम.पी. 3288, एम.पी. 3173 व एम.पी. 1202, गैर-सिंचित स्थिति के लिए जे.डब्ल्यू.एस.-17, एम.पी. 3020 व एच.आई 8627 और देर से बोई गई स्थिति के लिए लोक-1, जेडडब्ल्यू 4010 व जेडडब्ल्यू 1202 अनुशंसित किस्मों का चयन कर सकते हैं। किसानों को सलाह है कि बीज जनित रोगों की रोकथाम के लिये बीजोपचार करें। इसके लिये बोनी के पूर्व बीज को कार्बोक्सिन (विटावेक्स 75 डब्ल्यू.पी.) या बेनोमिल (बेनलेट 50 डब्ल्यू.पी.) 1.5-2.5 या थाइरम 2.5-3.0 ग्राम दवा प्रति किलोग्राम बीज के हिसाब से उपचारित करें। इसके बाद दीमक के नियंत्रण के लिये बीज को कीटनाशक दवा क्लोरोपाइरीफास 20 ई.सी. 400 मि.ली. प्रति क्विंटल बीज के हिसाब से बीजोपचार करें तथा बुवाई के पूर्व बीज को एजेटोबेक्टर 5-10 ग्राम एवं पी.एस.बी.कल्चर 10-20 ग्राम प्रति किलो ग्राम के हिसाब से उपचारित करें।
(69 days ago)
|
डाउनलोड करे क्रुतीदेव फोन्ट में.
|
डाउनलोड करे चाणक्य फोन्ट में.
|
|