बच्चों को होने वाली मौसमी बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करें- कमिश्नर
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चिकित्सालयो में चिकित्सकों की समय पर उपस्थित सुनिश्चित कराएं- कमिश्नर, मृतक बच्चों की हिस्ट्री की जांच करे तथा उदासीन मैदानी अमले के विरूद्व कार्यवाही करें
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उमरिया | 02-दिसम्बर-2020
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कमिश्नर शहडोल संभाग श्री नरेश पाल ने सर्दी की सीजन में बच्चों को होने वाली मौसमी तथा अन्य बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों केा दिए है। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुए कहा है कि, स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग का मैदानी अमला संयुक्त रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगो से जीवन्त सम्पर्क स्थापित कर शीत ऋतु में होने वाली मौसमी व अन्य बीमारियों के संबंध में जागरूक करे तथा बच्चों को मौसमी बीमारियां होने की स्थिति में जल्दी से जल्दी स्वास्थ्य केन्द्रो में भर्ती कर बच्चों का समुचित उपचार कराने के लिये भी समझाईस देने के निर्देश दिए है। कमिश्नर ने निर्देशित करते हुए कहा है कि, इन बीमारियों से प्रभावित बच्चों को जल्दी से जल्दी स्वास्थ्य केन्द्रो के माध्यम से समुचित उपचार मिल सके इसके लिये स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास विभाग का मैदानी अमला लोगों को सतत जागरूक करें। कमिश्नर ने निर्देश दिए है कि, जिला चिकित्सालय शहडोल में जिन बच्चों की मौत हुई है, उन सभी बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी हिस्ट्री का अध्यन किया जाए तथा किसी भी प्रकार की उदासीनता एवं लापरवाही सामने आने पर संबंधित क्षेत्र के खण्ड चिकित्सा अधिकारी, महिला एंव बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी, ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता के विरूद्व कार्यवाही प्रस्तावित करें। कमिश्नर ने उक्त निर्देश आज स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियो को दिए। बैठक में कमिनर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियो को निर्देश दिए कि, वे ऑगनवाड़ी केन्द्रो द्वारा दी जा रही सभी संदर्भ सेवाओ को बेहतर से बेहतर बनाने के प्रयास करे व अन्य जरूरतमंद बच्चांे को एनआरसी केन्द्रो में भर्ती कराएं। कमिश्नर ने निर्देश दिए कि, कार्यकर्ता व स्वास्थ्य विभाग की आशा कार्यकर्ता ऐसे परिवारों में भेंट करे जहां शिशु है। ग्राम में मौसमी बीमारियों के संबंध में जानकारी ले, गांव में किसी बच्चे के बीमार होने की स्थिति में बच्चों को स्वास्थ्य केन्द्रो तक पहंुचने की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराएं। कमिश्नर ने निर्देश दिए कि, ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा कार्यकर्ता पूरी सक्रियता से काम करें। उन्होने कहा कि, जो आशा कार्यकर्ता और ऑगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक से नही कर रही है, उनके विरूद्व कठोर कार्यवाही करें। बैठक में कमिश्नर द्वारा कोविड-19 प्रकरणों की भी समीक्षा की गई तथा निर्देश दिए कि, कोविड-19 से बचावं के लिये शासन के द्वारा दिए गए निर्देशों का अक्षरसः पालन किया जाए तथा लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने एवं मास्क लगाने के लिए भी जागरूक किया जाए। कमिश्नर ने मेडिकल कॉलेज शहडोल में कोविड-19 के मरीजो की उपचार की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की। समीक्षा के दौरान डीन मेडिकल कॉलेज डॉ0 मिलिंद शिरालकर ने बताया कि, शहडोल संभाग में कोविड-19 मरीजो की संख्या में निरंतर कमी आ रही है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा कोविड-19 के मरीजो को बेहतर से बेहतर उपचार मुहैया कराने के प्रयास किये जा रहे है। समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने मेडिकल कॉलेज शहडोल के आईसीयू तथा अन्य वार्डो मे समुचित व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की। कमिश्नर ने स्वास्थ्य सेवाओं के समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि, अनूपपुर जिला चिकित्सालय के शिशु रोग चिकित्सको को शहडोल जिला चिकित्सालय में विशेष प्रशिक्षण दिया जाए ताकि अनावश्यक रूप से रेफरल के मामले सामने न आये। बैठक में कमिश्नर ने मेडिकल कॉलेज शहडोल में कैटीन की व्यवस्थाओं को भी सुधारने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर शहडोल डॉ. सतेन्द्र सिंह, डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. मिलिंद शिरालकर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश पाण्डेय, सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय डॉ. व्हीएस बारियां, संयुक्त संचालक महिला एंव बाल विकास विभाग श्री बीएल प्रजापति सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।
(49 days ago)
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