यात्रा के दौरान महिला सुरक्षा हेतु राज्य शासन के परिवहन विभाग द्वारा कमांड कन्द्रोल सेन्टर की स्थापना मील का पत्थर साबित होगा
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दमोह | 07-जनवरी-2021
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कमांड कन्ट्रोल सेन्टर की स्थापना के लिये आज परिवहन विभाग एवं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के मध्य एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये गये। परिवहन विभाग की ओर से परिवहन आयुक्त मुकेश जैन द्वारा तथा सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से सुदीप दत्ता ने उक्त एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये। शीघ्र ही कमाङ कन्ट्रोल सेन्टर की स्थापना होने के पश्चात यह जन सामान्य की सुविधा हेतु उपलब्ध होगा एवं महिला सुरक्षा के क्षेत्र में कमांड कन्ट्रोल सेन्टर की स्थापना, मील का पत्थर साबित होगा। राज्य शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार प्रदेश में सार्वजनिक परिवहन के साधनों यथा बस, टैक्सी, कैब में यात्रा करते समय महिलाओं एवं बच्चियों की सुरक्षा एक चिन्ता का विषय है, इस संबंध में राज्य शासन के परिवहन विभाग द्वारा प्रत्येक सार्वजनिक परिवहन यानों में व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस तथा इमरजेन्सी बटन लगाने की अनिवार्यता सुनिश्चित की गई है, जिससे किसी अप्रिय स्थिति में तत्काल सूचना पुलिस /परिवहन को प्राप्त होगी एवं तत्काल कार्यवाही की जा सकेगी। वाहनों में स्थापित किये जाने वाली व्हीकल ट्रेकिंग डिवाइस AIS- 140 मानकों के अनुरूप लगाये जाने चाहिये। परिवहन विभाग द्वारा अलर्ट एवं सूचनाओं के लिए अत्याधुनिक मॉनिटरिंग (कमाड कन्ट्रोल) सेन्टर स्थापित किया जा रहा है, जिसका इन्टीग्रेशन सीधा स्टेट इमरजेन्सी रिस्पांस सिस्टम के साथ होगा। इस मॉनिटरिंग सेन्टर की स्थापना के लिये निर्भया फन्ड के अंतर्गत कुल व्यय का 80 प्रतिशत सहायता केन्द्रीय सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है, शेष 40 प्रतिशत राशि का व्यय राज्य शासन द्वारा किया जायेगा। कमांड कन्ट्रोल सेन्टर स्थापित करने में कुल लागत 15.40 करोड़ रूपये है, जिसमें से 924 कारोड रूपये केन्द्र शासन द्वारा निर्भया फण्ड से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के माध्यम से उपलब्ध कराये जा रहे है। शेष 6.18 करोड रूपये की राशि का व्यय मध्यप्रदेश शासन द्वारा परिवहन विभाग के माध्यम से किया जायेगा। कमांड कन्ट्रोल सेन्टर में प्राप्त सूचनाओं/अलर्ट को तत्काल ही पुलिस एवं अन्य एजेसियों के साथ साझा किया जायेगा, जिससे तत्काल कार्यवाही की जा सकेगी एवं साथ ही साथ हेल्पडेस्क सुविधा से महिलाओं/बच्चियों द्वारा यात्रा करते समय किसी भी प्रकार के जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इसके अतिरिक्त वाहन मालिक अपनी गाड़ी की रियल टाइम लोकेशन जान सकेगे। परिवहन अधिकारी वाहन को जारी परमिट से भिन्न रूट पर वाहन के संचालन करने, समय चक्र के उल्लंघन पर कार्यवाही कर सकेंगे। कमांड कन्ट्रोल सेन्टर में सभी वाहनों का रियल टाइम लोकेशन, जियो फेन्सिंग, रियल टाइम प्लोटिंग तया कई अन्य मैप आधारित टूल्स उपलब्ध रहेंगे, जिनके प्रयोग से तत्काल सहायता पहुचाना संभव रहेगा। कमांड कन्ट्रोल सेन्टर में अलग- अलग प्रकार के ऑटोमेटिक अलर्ट प्राप्त हो सकेंगे। इमरजेन्सी एलर्ट किसी आकस्मिक/अप्रिय स्थिति में इस प्रकार के अलर्ट कमांड कन्ट्रोल सेन्टर को मिलेंगे। स्पीड वॉयलेशन एलर्ट वाहन के निर्धारित गति से अधिक चलने की स्थिति में इस प्रकार के अलर्ट कमांड कन्ट्रोल सेन्टर को मिलेंगे। सुरक्षित यात्रा को इन अलर्ट के माध्यम से सुनिश्चित किया जा सकेगा। जियो-फैन्स अलर्ट वाहन के निर्धारित रूट/नगर निगम क्षेत्र सीमा आदि से अलग चलने की स्थिति में इस प्रकार के अलर्ट कमांड कन्ट्रोल सेन्टर को मिलेंगे। व्हीएलटी डिवाईज टैंम्परिंग अलर्ट वाहन में स्थापित व्हीकल ट्रेकिग डिवाइस के साथ किसी छेडखानी अथवा पावर केबल को डिस्कनेक्ट करते ही इस प्रकार के अलर्ट कमांड कन्ट्रोल सेन्टर को मिलेंगे । कमांड कन्ट्रोल सेन्टर 24x7 कर्मचारी तैनात रहेंगे। कमांड कन्ट्रोल सेन्टर में तीन माह का पूर्ण रिकार्ड ऑनलाइन संधारित किया जायेगा तथा अलर्ट डाटा का 2 वर्ष का रिकॉर्ड संधारित किया जायेगा, 2 वर्ष से अधिक का रिकार्ड आर्काइव के रूप में संधारित किया जायेगा। परिवहन विभाग के उपयोग हेतु व्हीकल ट्रेकिग डिवाइस की इन्स्टालेशन रिर्पोट, डिवाइस अप टाइम रिर्पोट, रूट रिर्पोट, स्पीड वॉयलेशन रिर्पोट एवं किसी वाहन मालिक की फ्लीट रिर्पोट ऑनलाइन ही उपलब्ध रहेंगी। अन्य एजेंसी भी इन रिर्पोटस का प्रयोग विभिन्न प्रक्रियाओं के लिए कर सकेंगी।
(61 days ago)
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