वर्डफ्लू से बचाव के प्रबंधो का समयावधि में क्रियान्वयन करें
|
-
|
विदिशा | 07-जनवरी-2021
|
 विदिशा जिले में वर्डफ्लू जैसी बीमारी से बचाव के लिए समयावधि में सम्पादित होने वाले कार्यो का क्रियान्वयन किया जाए के निर्देश अपर कलेक्टर श्री वृदांवन सिंह ने आज समीक्षा बैठक में दिए है। उन्होंने कहा कि जिले में कही भी किसी भी प्रकार के पक्षियों की आसमयिक मृत्यु ना हो के लिए पूर्व में ही प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं इसके बावजूद यदि कही वर्डफ्लू जैसी बीमारी के संकेत मिलते है तो अविलम्ब तैनात अमला निष्पादन के कार्यो को अंजाम देगा। नवीन कलेक्ट्रेट के सभागार कक्ष में आयोजित उक्त बैठक में पशु चिकित्सा विभाग के प्रभारी उप संचालक डॉ पीके मिश्रा ने बताया कि जिले में वर्डफ्लू की संभावनाओं को देखते हुए पक्षियों की असमायिक मृत्यु होने पर कुल दस सेम्पल संकलित कर प्रयोगशाला को भेजे गए है। उन्होंने बताया कि जिला एवं खण्ड मुख्यालय पर एक-एक कंट्रोल रूम संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कौआ में वर्डफ्लू रोग उदभेद की स्थिति में जिले में रोकथाम नियंत्रण हेतु आवश्यक कार्यवाही के तहत रणनीति तय कर उनका क्रियान्वयन करने पर बल दिया है। इस दौरान बताया गया कि देश के एक मात्र राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला जो भोपाल में स्थित है यहां इन्दौर, मंदसौर एवं आगर में कौवो की मृत्यु होने पर उनमें एच 5 एन 8 रोग की पुष्टि हुई है एहतियात के तौर पर विदिशा जिले में भी प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। उक्त बैठक में जल संसाधन, वन विभाग, पशु चिकित्सा सेवा के अधिकारियों द्वारा जिले में की गई तैयारियों से अवगत कराया है। इस दौरान जिले के जलभराव क्षेत्रों में विदेशी पक्षियों के अलावा देशी प्रजाति के पक्षियों पर नजर रखने की अपेक्षा आमजनों से भी व्यक्त की गई है। पक्षियों में इम्यूनिटी बढाने के लिए दानो को सरल लिक्विड में मिलाकर चुनाया जा सकता है। इसके लिए एक किलो चावल में पांच एमएल सरल लिक्विड मिलाया जा सकता है। बैठक में समाजसेवियों के अलावा बिना विभागो के अधिकारी मौजूद थे।
(59 days ago)
|
डाउनलोड करे क्रुतीदेव फोन्ट में.
|
डाउनलोड करे चाणक्य फोन्ट में.
|
|