
कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव एवं सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश शुक्ल के संयुक्त तत्वाधान में ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं की समीक्षा आज जिला पंचायत श्योपुर के सभागार में की गई।
इसी समीक्षा के दौरान जिले की जनपद पंचायत श्योपुर, कराहल, विजयपुर के क्षेत्र मे कार्यरत सहायक यंत्री, उपयंत्री के माध्यम से कराये जा रहे कार्यो की समीक्षा की। साथ ही सीएम हेल्पलाइन के अंतर्गत लंबित शिकायतों के निराकरण की दिशा में जनपदवार शिकायतों का अवलोकन कर उनका निराकरण एक सप्ताह में करने के निर्देश दिये। इसी प्रकार सीएम हेल्पलाइन की 100 दिवस से अधिक समय से लंबित शिकायतों को संतुष्टीपूर्वक निराकरण के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। इसके अलावा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, सहायक यंत्री एवं उपयंत्री को उनके कार्य क्षेत्र एवं स्तर पर सामान्य जन की जायज शिकायतों को तत्काल निराकरण कराने के निर्देश दिये।
इस बैठक में मनरेगा योजना अन्तर्गत संचालित विभिन्न योजना की समीक्षा की जिसमें वार्षिक लेबर बजट के विरूद्ध प्रगति/एक्टिव लेवर की उपलब्धी हेतु लक्ष्य को अर्जित करने हेतु प्रतिदिन आवश्यक लेबर, साप्ताहिक एवरेज लेवर, वित्तीय वर्ष 2019-20 में स्वीकृत गौशाला की सीसी जारी करने तथा अपूर्ण गौशालाओं को जल्द से जल्द पूर्ण कराने के साथ ही वृहद गौश्साला हेतु रानीघाटी मॉडल जिले में एक चिन्हाकन, स्वीकृत चारागाह एवं सामुदायिक चारागाह विकास हेतु टीएसएएस कर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।
इसी प्रकार नाडेप, रिचार्जपिट, सोख्ता गड्डा, वर्मी कम्पोज, केटलसेड को पूर्ण करने के निर्देश दिये। साथ ही मनरेगा तहत मंदिर सरोवर एवं मंदिर कुंज के कार्यो में भी तेजी लाने के निर्देश दिये। इसी प्रकार जीओ टेगिंग के टार्गेट को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये। खाद्यान, भण्डारण हेतु पक्के चबुतरे निर्माण (केप) एवं एसएचजी संघ भवन निमार्ण हेतु के टीएसएएस के निर्देश दिये। बंजर पड़त भूमि को कृषि योग्य बनाने में आ रही परेशानियों से निपटान। अपूर्ण आवासों को पूर्ण कराने के निर्देश के साथ नवीन आवास (सहरिया विशेष प्रोजेक्ट में चयनित) सूची का दीवार लेखन के निर्देश, संबंल योजना सत्यापन एवं लंबित भुगतान की विस्तृत चर्चा की।
इसके अलावा जिले में संचालित स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अभियान के अन्तर्गत 200 स्वच्छता परिसरों के कार्यो को गुणवत्ता पूर्वक पूर्ण करने के निर्देश दिये। साथ ही एसएलडब्लूएम के तहत 103 ग्रामों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों की डीपीआर के संबंध में पीआरए गतिविधि को प्रयोग में लाते हुए कार्यपूर्ण करने के निर्देश दिये।