
शुक्रवार को एक जिला एक उत्पाद अंतर्गत खुरई में कृषि उपकरण निर्माण क्लस्टर विकसित करने हेतु कलेक्टर श्री दीपक सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रट सभाकक्ष में कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों ने एक जिला एक उत्पाद के तहत चुने गए खुरई के कृषि यंत्रों की गुणवत्ता, उनकी बाजार में उपयोगिता एवं आवश्यकता तथा निर्यात से सम्बंधी विभिन्न विषयों पर अपने सुझाव रखे। कार्यशाला में स्थानीय अधिकारीगण एवं कृषि यंत्र निर्माताओं के साथ वेबीनार के माध्यम से विषय विशेषज्ञों की भी उपस्थिति रही।
सर्वप्रथम कलेक्टर महोदय द्वारा दिनांक 13 जनवरी 2021 को आयोजित वेबीनार में प्राप्त सुझावों के परिपेक्ष्य में उपस्थित अधिकारियों एवं उद्योगपतियों को अवगत कराते हुए खुरई एवं बीना में स्थापित कृषि यंत्र उद्यमियों को नवीन तकनीक एवं निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता में और अधिक सुधार तथा उत्पादों को निर्यात स्तर तक पहुंचाने हेतु वेबीनार के माध्यम से उपस्थित विषय विशेषज्ञों का आभार प्रदर्शित किया गया।
कार्यशाला में श्री राजेन्द्र नेमा, श्रीराम कम्यूनिकेशन भोपाल द्वारा डिजिटल व्यवसाय के द्वारा उत्पादों का प्रचार प्रसार हेतु सुझाव दिए गये साथ ही उत्पाद की ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग की भी समझाईश दी गई।
कार्यक्रम के दौरान श्री नीलेश त्रिवेदी संचालक, एम.एस.एम.ई. भारत सरकार द्वारा एक्सपोर्ट पॉलिसी में भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे प्रोत्साहन के संबंध में जानकारी दी गई। इसी प्रकार सुश्री रिशु मिश्रा, एमएसएमई इन्दौर द्वारा फेडरेशन ऑफ इण्डियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन की कार्यप्रणाली एवं दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी दी गई। श्री बी.डी.भट्टर सीए इन्दौर द्वारा क्लस्टर बनने पर बैंक फायनेंस में दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
श्री विष्णुकान्त संचालक डीजीएफटी अहमदाबाद के प्रतिनिधि श्री रजत श्रीवास्तव द्वारा निर्यात संबंधी औपचारिकताओं पर प्रकाश डाला तथा भारत सरकार द्वारा निर्यात प्रोत्साहन हेतु दी जा रही सुविधाओं के संबंध में अवगत कराया।
कलेक्टर श्री दीपक सिंह ने सभी सदस्यों एवं वेबीनार के माध्यम से उपस्थित अधिकारियों को माह फरवरी अंत अथवा आगामी माह मार्च 2021 में खुरई में एक वृहद सेमीनार आयोजित करने एवं उक्त सेमीनार में सभी विषय विशेषज्ञों को उपस्थित होने के लिए कहा गया एवं आगामी प्रस्तावित सेमीनार के आयोजन हेतु खुरई एवं बीना में उपस्थित उद्योगपतियों को आवश्यक सहयोग एवं सहभागिता हेतु अनुरोध किया गया जिस पर उद्योगपतियों ने भी अपनी सहमति दर्ज की।