जन्मजात विकृति होगी दूर सर्जरी के बाद सुन और बोल सकेगी बच्ची माही रैकवार (खुशियों की दास्तां)
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दमोह | 23-फरवरी-2021
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यह कहानी है दमोह के मांगज वार्ड नंबर-1 में रहने वाले सुखदेव रैकवार की, जिनके परिवार में शादी के तीन साल के बाद एक बच्ची माही ने जन्म लिया। माही जन्म से ही बड़े चंचल स्वाभाव की थी, जिसे देख परिवार वाले बड़े आनंद का अनुभव करते थे, लेकिन उनकी यह खुशी धीरे-धीरे कम होती जा रही थी। परिवार वाले यह अनुभव करने लगे थे कि माही उनके बातों य आवाजों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देती थी। माही एक वर्ष होने के बावजूद अभी तक कोई शब्द नहीं बोल सकी थी। वार्ड के ऑगनवाड़ी केन्द्र में जब आरबीएसके की टीम के डॉ. शरद अठ्या एवं डॉ.नेहा गौतम बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे थे। तब उनके द्वारा भी जांच में यह अनुभव किया कि माही को सुनने की समस्या है इसलिये वह अभी तक बोल भी नहीं पायी है । डा. गौतम ने माही की मां रितु रैकवार को बताया कि वह जिला अस्पताल के डीईआईसी में डॉ. विशाल शुक्ला ईएनटी विशेषज्ञ एवं श्री संदीप पटेल ऑडियोलाजिस्ट के पास जाये जहां जन्मजात गूंगे-बेहरे बच्चों की जांच एवं निःशुल्क उपचार कराने में मदद करायी जाती है। दूसरे ही दिन उनकी मॉ रितु बच्ची माही को लेकर जिला अस्पताल आयी जहां श्रवण जांच की गई जिसमें बच्ची को जन्मजात बेहरेपन की गंभीर समस्या पायी गई और बच्ची को काक्लियर इम्प्लांट पूर्व जांच सूक्ष्म परीक्षण हेतु मेडिकल कालेज जबलपुर के ईएनटी विभाग में जांच हेतु भेजा। वहां बच्ची की सम्पूर्ण जांच की गई और बच्ची को कॉक्लियर इम्प्लांट हेतु उपयुक्त पाया। जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर श्री तरूण राठी ने सिविल सर्जन डॉ. ममता तिमोरी, नोडल अधिकारी डॉ. जलज बजाज, डीपीएम डॉ.चन्द्रशेखर पाण्डेय व डीईआईसी मैनेजर नरेश राठौर की अनुसंशा पश्चात माही की सर्जरी हेतु मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजनान्तर्गत साढ़े छैः लाख रू. की राशि संबंधित संस्था के नाम से स्वीकृत कर सर्जरी हेतु आदेश जारी किया। आज माही के पिता जब आदेश पत्र की कॉपी लेने डीईआईसी आये तब उनके द्वारा बताया गया कि उनकी बच्ची के लिये डॉ. ममता तिमोरी मेडम द्वारा मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजना के तहत् निःशुल्क सर्जरी करायी जा रही है अब सर्जरी उपंरात मेरी बच्ची सुन व बोल सकेगी।
(48 days ago)
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